हींग इस तरह खाने से मिलते हैं कई फायदे और दूर होंगी बीमारियां

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Benefits of Asafoetida: हींग हमारे पारंपरिक रसोई का एक अहम हिस्सा है जिसका प्रयोग कई तरह के जायकों में किया जाता है। इसके सेवन से तमाम तरह की बीमारियों से बचाव किया जा सकता है।

हींग (Asafoetida) सौंफ (Fennel) की प्रजाति का ईरान मूल का एक पौधा है। किचन में वैसे कई मसाले हैं जिनका प्रयोग स्वाद और रंग लाने के लिए किया जाता है, लेकिन हींग का इ्स्तेमाल इसकी खुशबू लाने के लिए होता है। हींग काफी लंबे वक्त से हमारी पारंपरिक रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही है। दाल और सब्जियों में तड़का लगाने से लेकर बिरयानी में भी हींग का प्रयोग किया जाता है। हींग की खुशबू हमारे जायके को और भी लजीज बना देती है और साथ ही इसके कई स्वस्थ्य लाभ भी हैं। हींग में कई बीमारियों को दूर करने के गुण पाए जाते हैं। आज हम आपको हींग की खासियत के बारे में जानकारी दे रहे हैं और साथ ही ये भी बताएंगे कि इसे अपनी डाइट में क्यों शामिल करना जरूरी है।
क्या आप जानते हैं कि हींग सदियों से पारंपरिक चिकित्सा का हिस्सा भी रही है। बताया जाता है कि हींग में एंटी-वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो हमारे समग्र स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होते हैं। यही एक कारण है कि हींग को देवताओं का भोजन भी कहा जाता है। हालांकि, हींग का हमें बाहर से आयात करना पड़ता है जिसका उत्पादन हमारे देश में नहीं बल्कि ईरान, अफगानिस्तान और उज्बेकिस्तान में होता है।
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पेट की समस्याओं को दूर करती है हींग –  वे सभी लोग जो पाचन संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं, उनके लिए हींग एक अच्छे उपचारों में से एक है। इसका उपयोग पेट से संबंधित सामान्य समस्याओं जैसे कि सूजन, गैस, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम के इलाज के लिए किया जाता है। आमतौर पर हींग का प्रयोग पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए जाना जाता है, लेकिन यह अन्य समस्याओं से भी राहत दिलाने में मददगार है।
नेचुरल ब्लड थिनर है हींग – हींग एक प्राकृतिक ब्लड थिनर के रूप में भी जानी जाती है, जो रक्तचाप के स्तर (blood pressure level) को कम करने में मदद करती है। साथ ही, हींग में एक यौगिक होता है जो रक्त के थक्कों यानी ब्लड क्लॉटिंग को बनने से रोकता है।
​हींग के सेवन से पीरियड के दर्द में मिलती राहत – हींग मासिक धर्म यानी पीरियड में उठने वाले दर्द (menstrual pain) के लिए एक सही विकल्प है। यह प्रोजेस्टेरोन स्राव को बढ़ाने में मदद करती है जो रक्त प्रवाह को और आसान बनाता है और दर्द और ऐंठन से राहत देता है।
सिरदर्द को कम करने में मददगार – अपने एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण, हींग खांसी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करती है। यह छाती की जकड़न को दूर करती है।
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खांसी, अस्थमा से राहत दिला सकती है हींग – अपने एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों के कारण, हींग खांसी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है। यह छाती की जकड़न को दूर करता है।
पानी के साथ हींग का सेवन – ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपने डेली रूटीन में हींग का सेवन कर सकते हैं। हींग का पानी रोजाना पीना हमारे संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा। इसके लिए आप एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच हींग डालकर मिलाएं। इसे खाली पेट पीने से पाचन संबंधी समस्याओं (पाचन संबंधी समस्याओं के उपचार के उपाय) से राहत मिलती है। सिरदर्द होने पर भी हींग को ड्रिंक का सेवन किया जा सकता है। इस ड्रिंक से आपकी त्वचा को भी फायदा होगा।
बटरमिल्क के साथ हींग – बटरमिल्क यानी छाछ आपके पाचन स्वास्थ्य और वजन घटाने के लिए बेहद फायदेमंद है। एक गिलास छाछ में एक चुटकी हींग मिलाकर पीने से आपकी सेहत को और अधिक लाभ मिल सकते हैं। गैस्ट्रिक समस्याओं के लिए, आप दिन में एक या दो बार खाना खाने के ठीक बाद हींग वाला एक गिलास छाछ पी सकते हैं। महिलाएं अपने पीरियड्स के दौरान भी इसका सेवन कर सकती हैं जिससे दर्द और ऐंठन को कम करने में भी मदद मिल सकती है।
​दूध के साथ हींग – गर्म दूध में हींग के कुछ टुकड़े मिलाकर इसका सेवन करने से आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को लाभ मिलते हैं। इसका रोजाना एक या दो बार सेवन किया जा सकता है। यह एसिडिटी और गैस को कम करने में मदद करती है।
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